#कलम_बोलती_है_साहित्य_समूह
क्रमांक:383
विषय:हिंदी
10,01,22
ऐ मेरी प्यारी हिंदी
भारत माँ के भाल पर बिंदी
क्यों दया को अनुभूत करे?
हम नालायक बच्चे तेरे
तेरे अधिकार की न बात करें।
हम तो हैं नादान माता
तुझसे क्षमा मांगते हैं
बात दया की न अब करना
तेरा अधिकार मांगते हैं।
अनिता शर्मा**त्रिवेणी**
देवास(मध्य प्रदेश,)
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