#कलम बोलती है साहित्यिक समूह
#विषय हिंदी
#विधा लघु कथा
#हिंदी की महत्व
मां आप जल्दी से मुझे हिंदी पर कुछ लेख बता दीजिएगा कल हमारी स्कूल में हिंदी पर मुझे कुछ बोलना है नहीं बोलूंगा तो पनिशमेंट मिलेगा आप तो जानती हैं ना मैं इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ता हूं वहां ज्यादा हिंदी बस नहीं पढ़ाया जाता है इसलिए मुझे परेशानी होती है एक बार मैंने वहां पर हिंदी में बोल दिया था तो 1 पीरियड कक्षा के बाहर खड़ा रहा पनिशमेंट मिला था बच्चे की बात सुनकर मां कहती है मेहंदी के विषय में कुछ नहीं जानती जा अपनी दादी के पास वही हिंदी में बहुत रामायण सीता पड़ती रहती है आज कुछ बता देंगे कि क्या है हिंदी के विषय में बच्चा भागता हुआ दादी के पास जाता है दादी से बोलता है दादी मुझे जल्दी से कुछ बता दीजिए हिंदी में कल मुझे स्कूल में लेक्चर देना है नहीं तो मेरा सबके सामने इंसर्ट हो जाएगा दादी सोचती है काश यह बच्चा समझ सकता कि हिंदी हमारी कितनी ज्यादा जरूरी है और वह उसके सिर पर हाथ फिरती है हिंदी के विषय में से समझा नहीं लगती है और उसे अज्ञात रूप से वह सब मानवीय मूल्यों से विकसित करना शुरू कर देती है जो उसके लिए आवश्यक है और वह उसे बताती है कि बेटा एक दिन कि नहीं सब दिन की है बच्चे को समझ में आ जाता है वह कहता है दादी में अब तुम्हारे पास प्रतिदिन बैठकर हिंदी पढ़ लूंगा क्योंकि हिंदी हमारी माता है और हमें हिंदी इस सेवा और हिंदी से प्रेम करना बहुत जरूरी है कुमारी चंदा देवी स्वर्णकार जबलपुर मध्य प्रदेश
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