कलम बोलती है समूह
क्रमांक 383
दिनांक 07.01.22
विषय – हिन्दी
विधा- कविता
विश्व हिन्दी दिवस
हिंदुस्तानी हम , , हिंदी अपना मान
माटी की सुगन्ध इसमें
ममता का आँचल है यह
याद दिलाती अपनी सभ्यता
बढ़ाती है आत्मसम्मान
हिंदुस्तानी हम , हिंदी अपना मान
कल परसों का नहीं है परिचय
सदियों का है नाता
कोई भाव हो मन में
तुरंत प्रकट हो जाता
अपनो से कराती पहचान
हिंदुस्तानी हम , हिंदी अपना मान
आज़ादी की लड़ाई में
इसने साथ निभाया
राजकाज की भाषा बनकर
सबसे मेल कराया
देवों की वाणी है यह
वेदों का है प्राण
हिंदुस्तानी हम , हिंदी अपना मान
आत्मीयता की इसमें गंध
अभिव्यक्ति अपनी भाषा में ही सम्भव
सारे देश को देती एक सूत्र में बांध
हिंदुस्तानी हम , हिंदी अपना मान
हिंदी भाषा का दीप जलायें
जन जन की भाषा बनायें
विविध भाषा का ज्ञान होता अच्छा
मातृभाषा दिलाती प्रतिष्ठा एवं सम्मान
हिंदुस्तानी हम , हिंदी अपना मान
मोनिका कटारिया (मीनू)
मौलिक रचना
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