शीर्षक - #विश्व_हिन्दी_दिवस
विधा - गीतिका सृजन
विश्व पटल पर छा रही, हमारी शान है हिंदी ।
खूब जमाये रंग यह, वतन का मान है हिंदी ।
सुर की सुंदर साधिका, सुकोमल सी
सुभाषित सी,
मनभावन सी मधुर यह, महा वरदान है हिंदी ।
सरस सहज लिपि नागरी, विरल भंडार शब्दों का,
संस्कृत सगी लाड़ली, जुवां की जान है हिंदी ।
अभिधा लक्षणा व्यंजना समासों रीति गुण वाली,
छंद अलंकारों सजी, रसों की आन है हिंदी ।
जयशंकर की 'कामायनी', महादेवी रचें 'यामा',
सुमित्रानंदन 'पल्लव', निराला 'दान' है हिंदी ।
आंग्ल मुखौटा धारिणी, रिझाती मानिनी बनकर,
सौतन बन आ घुसी, बड़ी हलकान है हिंदी ।
सरकारों जागो अभी, मिटाओ मोह अंग्रेजी,
मानो नामुमकिन नहीं,वतन सम्मान है हिंदी ।
-- नीता अग्रवाल
#स्वरचित
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