विषय क्रमांक-
विषय- हिंदी
विद्या-गीतिका
दिनांक-11/1/2021
हिंदी अपना मान है,हिंदी ही पहचान।
सदा पूजते मातु सम,यही हमारी जान।।
चंदे लगते चार है,भारत भाल बनाय।
यही हमारी मान है यही हमारी आन।।
भारत की सिरमोर हो,सब मिल करें उपाय।
अन्य सभी को छोड़ दे,रहे सदा ये ध्यान।।
सब मिल करें उपाय ये, बनें जगत की आस।
माने सारा विश्व ये, है सबको ये भान।।
सबको आये रास ये, विश्व करे अहसास।
हिंदी अपनी मातु है, सारे जग में शान।।
परचम फहरे विश्व में , भारत परचम संसार।।
सबसे उत्तम यह जगत, हम सबको अभिमान।।
स्वरचित
डाॅ एन एल शर्मा निर्भय जयपुर
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