कलम बोलती है साहित्य समूह
विषय -हिंदी
दिन -सोमवार
दिनांक -10 /1/2022
क्रमांक -383
स्वर्ग से उतरी शिव के शीश पर
चंद्र सी है अपनी हिंदी
पावन है इसकी गाथाएं
है पवित्र अपनी हिंदी
स्वर्ग से उतरी शिव के शीश पर.....
रामायण का ज्ञान है हिंदी
गीता वेद पुराण है हिंदी
हिंदू हिंदी सिंधु हिंदी
देवनागरी लिपि है हिंदी
स्वर्ग से उतरी शिव के शीश पर चंद्र सी है .....
भारत का संविधान है हिंदी
जन-जन की पहचान है हिंदी
बालक के मुंह से जो निकले
वह भोली मुस्कान है हिंदी
स्वर्ग से उतरी शिव के शीश पर चंद्र सी है......
रह जाते हम मूड अगर ना होती हिंदी
जैसे नारी का श्रृंगार अधूरा हो बिन बिंदी
स्वर्ग से उतरी शिव के शीशे पर चँद्र सी है अपनी हिंदी।।
स्वरचित एवं मौलिक
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