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शुक्रवार, 14 जनवरी 2022

विषय :- हिन्दी. ।रचनाकार :- आ. जय हिन्द सिंह 'हिन्द'जी 🏅🏆🏅

नमन कलम बोलती है साहित्य समूह
बिषय क्रमांक - 383
बिषय - हिन्दी 
विधा - गीत 
            हिन्दी राष्ट्र धरोहर है 
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हिन्दी बोली है मनमोहक, लिपि इसकी मनोहर है । 
जन-जन की भाषा यह मेरी, हिन्दी राष्ट्र धरोहर है ॥
             राजभाषा हिन्दी हमारी 
             हिन्दी में सब कार्य करें, 
             बन जाए यह राष्ट्र भाषा 
             ऐसा हम प्रयास करें, 
हिन्दी है हिन्द की पहचान, देश की गुलमोहर है । 
जन-जन की भाषा यह मेरी, हिन्दी राष्ट्र धरोहर है ॥
             लोरी लगती वाचन में है 
             सुनने में मिसरी लगती, 
             पास आया जो हिन्दी के  
             उसके उर को भा उठती, 
विविध विधाओं से परिपूर्ण, लगती एक सरोवर है । 
जन-जन की भाषा यह मेरी, हिन्दी राष्ट्र धरोहर है ॥
              दोहा चौपाई कुण्डलियाँ
              हिन्दी का श्रृंगार करें, 
              रस छन्द अलंकार लक्षणा
              इसका साज बुहार करें, 
लोक बोलियों की जननी यह,वाणी अति मनोहर है । 
जन-जन की भाषा यह मेरी, हिन्दी राष्ट्र धरोहर है ॥
              वैश्विक भाषा हिन्दी बने
              हम कर्म प्रधान यतन करें, 
              भग जाएगी देश से इंग्लिश 
              दृढ़ इच्छा से करम करें, 
मंदारिन अँग्रेज़ी जर्मन से, यह लगा रही सरवर है । 
जन-जन की भाषा यह मेरी, हिन्दी राष्ट्र धरोहर है ॥
                                 रचना स्वरचित © 
                                 जय हिन्द सिंह 'हिन्द' 
                                 आजमगढ़, उ0 प्र0

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