यह ब्लॉग खोजें

शनिवार, 15 जनवरी 2022

विषय :- हिन्दी ।रचनाकार :- आ. योगेन्द्र अग्निहोत्री जी 🏅🏆🏅

 भारत देश की शक्ति है हिन्दी ।
एक सहज अभिव्यक्ति है हिन्दी ।
क्यों न  हिन्दी अपनायें हम ,
कलमकार की भक्ति है हिन्दी ।
संस्कृत ने जन्म दिया है,
उर्दू के संग खेली है ।
मेरे देश की मिश्रित हिन्दी
भाषाओं की सहेली है ।
अन्य क्षेत्र की भाषाओं का
तुम बेशक सम्मान करो ।
हिन्दी शान है भारत माँ की 
मत इसका अपमान करो ।
हिन्दी सूत्र है भाषाओँ की , 
गले में चेन हो जैसे कोई ।
हिन्दी चेन की लाकेट जैसी, 
संविधान में गई पिरोई ।
तुलसी की चौपाई हिन्दी ,
कृष्ण भजन है सूरा की ।
हिन्दी में रसखान का रस है,
भक्ति भाव है मीरा की ।
हिन्दी भाषा, हिन्द की बेटी, 
भारत की पहचान ।
हिन्दी लिखें ,बोलें हिन्दी में ,
निज भाषा से बढ़ती शान ।।
 योगेन्द्र अग्निहोत्री,स्वरचित

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

रचनाकार :- आ. संगीता चमोली जी

नमन मंच कलम बोलती है साहित्य समुह  विषय साहित्य सफर  विधा कविता दिनांक 17 अप्रैल 2023 महकती कलम की खुशबू नजर अलग हो, साहित्य के ...