#कलम बोलती है साहित्य समूह
प्रतियोगिता क्रमांक- 383
दिनांक 10/01/2021
दिन- सोमवार
#विषय- हिंदी
विधा- स्वैच्छिक/ कविता
शीर्षक-हिंदी हिंदुस्तान की
*************************************
हर मजहब हर इंसान की
रामायण गीता और पुराण की
हिंदी भाषा है हिंदुस्तान की।
कबीर सूर तुलसी रसखान की
गौतम-गांधी और सुभाष की
हिंदी भाषा है हिंदुस्तान की।
जय जवान-जय किसान की
जय भारत देश महान की
हिंदी भाषा है हिंदुस्तान की।
जन-जन के अभिमान की
मान और सम्मान की
हिंदी भाषा है हिंदुस्तान की।
ज्ञान और विज्ञान की
हिन्द संस्कृति के पहचान की
हिंदी भाषा है हिंदुस्तान की।
युगों-युगों से शान रही है
हिंदी हिंदुस्तान की
रक्षा हमको करनी है
इसके मान और सम्मान की।
राष्ट्रभाषा एक दिन बनेगी
हिंदी हिंदुस्तान की
कीर्ति पताका जग में फहरेगी
हिंदी हिंदुस्तान की।
************************************
स्वरचित- सुनील कुमार
जिला- बहराइच, उत्तर प्रदेश।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें