10/01/2022--सोमवार
दैनिक विषय क्रमांक=383
विषय=हिंदी
विधा=स्वैच्छिक
प्रतियोगिता एवं समीक्षा हेतु
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एक श्राद्ध जैसा मान,... , . . कहे यह दिवस हिन्दी,
एक बोझ जैसा जान,. . . कहे यह दिवस हिन्दी।
यूँ वर्ष भर तो,. ........... . कोई ख़बर लेता नहीं पर,
एक दिन का बस बखान,. . कहे यह दिवस हिन्दी।
ना चले दफ़्तरों में,. . .. . . . और न नौकरी मिले,
एक व्यर्थ डिग्री मान,. . . कहे यह दिवस हिन्दी।
तकनीकी किसी शिक्षा की,. . . . भाषा नहीं है बनी,
बस झूठा व्योम तान,. . . . कहे यह दिवस हिन्दी।
बस वोट के लिए ही,.. . . . . इसका इस्तेमाल हो,
सत्ता का अस्त्र जान,. . . .कहे यह दिवस हिन्दी।
संवैधानिक बोझ समझ, .. . . . . . . . मनाते इसे,
मजबूरी सा श्रीमान,. . . . . कहे यह दिवस हिन्दी।
जो भी रहे सत्ता में,. . . . . .सबने दिखावा किया,
हैं धूर्त सब, पहचान, . . . . . कहे यह दिवस हिन्दी।
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"दिनेश प्रताप सिंह चौहान" (स्वरचित)
(एटा=यूपी)
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