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गुरुवार, 16 सितंबर 2021

रचनाकार :- आ. डॉ. अवधेश तिवारी "भावुक"जी 🏆🏅🏆

नमन मंच
विषय-गणेश वन्दना
11/09/2021

श्री गणेश आराधना

जय जय जय जय प्रभु गणेशा,
रहना  भावुक - संग  में हमेशा।

जब  भी  मैं  हो  जाऊँ  उदास,
मेरे   हृदय    में   करके   वास,
शुभाशीष  "भावुक"  को देकर
गणपति   भर    देना   विश्वास।

आप   मेरे   हो   आसपास  में
मन  को   हो  एहसास  हमेशा,

जय जय जय जय प्रभु गणेशा।

रक्षा   करना   मेरे   मान    का,
देना   दान   सतत   ज्ञान   का,
भावुक सर पर वरद  हस्त रख
जीवन    देना     सम्मान    का।

शिव - गौरा   के   राज   दुलारे
तन - मन को बल  देना  हमेशा।

जय जय जय जय प्रभु गणेशा।

प्रज्ञा , ज्ञान , शक्ति  का  वर  दे
सुख - समृद्धि , वैभव  भर   दें
जीवन   के  हर   इक   पथ  में
जहाँ  कहीं  भावुक  पग धर दें।

गौरी-सुत जय जय शिव नंदन
मिले   प्रभु  सम्मान    हमेशा।

जय जय जय जय प्रभु गणेशा,
रहना  भावुक - संग  में हमेशा।

डॉ. अवधेश तिवारी "भावुक"
नई दिल्ली
(स्वरचित एवं मौलिक)

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