नमन मंच
कलम बोलती है
विषय-गणपति
प्रथम पूजनीय गणपति,बाधा हरो हमारी,
दुख विपदा दूर करो,मेरे तारण हारी।
मात पिता की सेवा कर,उद्धार सदा ही होता,
विपत्ति का समूल नाश करो, हे विघ्नहारी।
मोदक लड्डू का भोग लगे सदा,
मिठास रहे जीवन में सारी,
गणपति गणनायक करें मूषक की सवारी।
छतीस करोड़ देवी देवता पूजनीय,
प्रथम पूज्य लंबोदर विपदा हरो हमारी।
संकट में जब भी हम हो आये शरण तिहारी,
कुशाग्र बुद्धि के पूजन ,मंगलाचरण करें जन सारी।
रिद्धि सिद्धि के तुम दाता, हम हैं दास तुम्हारी,
प्रथम पूजनीय लंबोदर,आये शरण तिहारी।
रूचिका राय
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