जय श्री गणेश जी
---------------
-1-
प्रथम पूजनी गणपती, करूँ तुम्हारा ध्यान ।
बल,बुद्धि, विद्या दे मुझे, गौरी पूत महान ।।
-2-
मोदक ,मेवा,फल लिये, सुनों खडा मै द्वार ।
शरणागत प्रभु आपके, करो मेरा उद्धार ।।
-3-
रिद्धि, सिद्धि लम्बोदर प्रभू, गणनायक भगवान ।
दया दृष्टि निज सेवक पे, करिये दयानिधान ।।
-4-
गणपति बप्पा मोर्या , जय जयकार सुनाय ।
नर-नारी घर-घर प्रभू, तुझको रहे मनाय ।।
-5-
दुखहर्ता, मंगलमय कर्ता, श्री गणपति महराज ।
बिघ्न हरण देवों के देवा, प्रभू सुधारो काज ।।
-6-
उमा और शिवशंकर के , प्रभु तुम राजकुमार ।
यश, वैभव बाढै प्रभू , बढे कलम मे धार ।।
राकेश तिवारी " राही "
---------------------------------
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें