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सोमवार, 13 सितंबर 2021

रचनाकार :- आ. विजय पुरोहित"ज़ी 🏆🏅🏆

🙏नमन माँ शारदे
#नमन मंच-कलम बोलती है साहित्यिक संस्थान
#विषय-श्री गणेशजी की अराधना
#विधा-गीत
#दिनांक-11/9/21
#दिवस-शनिवार

कार्य सिद्ध करोजी,हे गजानन।
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ध्यान धरूं,करूँ आपका वंदन,
कार्य सिद्ध करोजी,हे गजानन।
सर्व प्रथम,मनांऐ सब आपको,
चरण शरण मे,ले लो गजानन।।

पुष्पन की माला,सौहत है गल,
भोग लगत है,मौदक-लड्डुवंन।
रुची-रुची भोग लगाओ भगवन,
मूसकराज है अति प्रिय वाहन।।

गौरी के लाडले हो,हे शिवनंदन,
दुन्द-दुन्दाला,मस्तक पे चन्दन।
कृपा-दया दृष्टि,बनाये ही रखना,
आधी-व्याधी सब,हरो गजानन।।

रिद्धि-सिद्धी,लैयं कर आवो सँग,
मान-सम्मान,बढ़ाओ जी गजानन।
कष्ट और चिन्ताऐ,बहुत है प्रसरी,
चिन्ताभय मुक्त,करोजी गजानन।।

नित्य स्वीकार,करोजी मेरा वंदन,
सर्वकार्य सिद्ध करो हे गजानन।
नित्य हमेश मनांये हम आपको,
नैया भव पार करो जी गजानन।।

आप हो सब दीनन हितकारी,
दीनो के दुख दूर करो गौरीनंदन।
कष्ट-क्लेश मिटाओ हर जन का,
"विजय"तृप्त करो  सबका मन।।
कार्य सिद्ध करोजी हे गजानन।।

"विजय पुरोहित"
रामगढ़-शेखावाटी
जिला-सीकर(राजस्थान)

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