🙏 नमन मंच,
कलम बोलती है साहित्य समूह (सूरत )गुजरात
दैनिक विषय क्रमांक 333
10सितंबर से 11 सितंबर 2021तक
विषय:- "श्री गणेश जी की आराधना"
विधा:-स्वैच्छिक
*महिमा गणपति की*
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प्रथम पूज्य श्री गौरी नंदन,
विघ्न हरण गणेश |
जहाँ खड़े हों जाएँ प्रभु जी,
मिट जाएँ सब क्लेश |
एकदंत की महिमा न्यारी,
मूषक की सवारी |
करी परिक्रमा मात-पिता की,
जाने दुनिया सारी |
मोदक उनके मन को भाए,
लंबोदर कहलाए|
सूपा जैसे कान हैं उनके,
अद्भुत रूप वो पाए |
बुद्धि के हैं वो तो दाता,
सबके भाग्य विधाता |
बिन बुद्धि इस सारे जग में,
कोई न कुछ भी पाता |
करो अर्चना पूजा वंदन,
घर-घर में प्रभु आए|
अच्छे कर्म करे जो जग में,
उनकी कृपा वो पाए |
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