यह ब्लॉग खोजें

सोमवार, 6 सितंबर 2021

रचनाकार :- आ. अशोक शर्मा जी 🏆🏅🏆

नमन मंच
कलम बोलती है साहित्य समुह
दैनिक विषय क्रमाँकः 331
आज का विषयः वो लम्हे
विधाः-कविता(मुक्त छंद)
ओ लम्हे 
याद है जब हम थक
सो गये माँ गोद में।1
वो लम्हे 
भुल नही पाते है
जब छोटे छोटे बातों
हम रूठकर 
चुप बैठ जाते थे
और माँ मनाती थी.बाल में
फेर कर
 अपनी कोमल उंगलियों से।2
क्यो याद आते है
 रह रहकर 
दोस्तों.से झगड़ना
मिलना
रूठना मनाना
और एक साथ की हँसी
खुशी और गम।3
आज शायद
यही ऐहसास जीने के
लिए बन गई है प्राण तत्व।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

रचनाकार :- आ. संगीता चमोली जी

नमन मंच कलम बोलती है साहित्य समुह  विषय साहित्य सफर  विधा कविता दिनांक 17 अप्रैल 2023 महकती कलम की खुशबू नजर अलग हो, साहित्य के ...