#कलम बोलतीं है साहित्य समूह
#विषय क्रमांक-366
#विषय-आम आदमी
#विधा-कवि
#दिनांक-30.11.21
#दिवस-मंगलवार
आम आदमी इज्जतदार सीधा साधा।
मेहनत करता भावनाओं को मारता।।
तन व पेट चिन्ता से कभी न उभरता।
विकास की सुविधा से वंचित रहता ।।
शिक्षित बच्चों को कभी न कर पाता।
परिवार केवल घुट घुट कर जीता।।
अरमानों से इस का नहीं कोई नाता।
पढ़ाई लिखा रईस इन से कतराता।।
कभी बदलेगा समय आस में जीता।
गरीबी,बीमारी,मौसम मार झेलता।।
केवल कठिनाइयों से इस का नाता।
थोड़े में जीने की कला हमें सिखाता।।
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