मंगलवार/30.11.2021
विषय-आम आदमी
विधा--मुक्तक
1.
आम आदमी के लिए, बने सभी कानून ।
भुजबल धनबल को सदा, हो जाते ये ऊन ।
अगर व्यवस्था चाहिए, रहें नियम के साथ -
नियम अगर तोड़ा नहीं, दंड न होगा दून ।
2.
साधारण दिखता भले, करतब करे अनंत ।
अपने अपने विषय के, ज्ञानी और महंत ।
ज्ञान और सँसाधन जो, बॉटे दिन औ रात -
आम आदमी से अलग, होता असली पंत ।
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प्रबोध मिश्र ' हितैषी'
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