#दिनांक-29/11/2021
#विषय-आमा आदमी
#विधा-गद्य
नमन मंच-
वर्तमान समय में आम आदमी एक सामान्य जन है । जो अनेकों समस्याओं को सहता हुआ अपना जीवन जी रहा है। वह कम राशि में अपने परिवार का भरण पोषण बड़ी कठिनाई से कर पाता है। वह अच्छे निजी विद्यालयों की शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाता ।बेरोजगार रहता है। महंगाई की मार झेलता है फिर भी मन ही मन अपने को समझाता है। इसी आम आदमी की ना अधिकारी ही बात सुनते हैं और ना ही हमारे राजनेता। बुरा हाल है आम आदमी का।सरकारे कहती तो बहुत कुछ है लेकिन आम आदमी का भला नहीं हो पा रहा स्वतंत्रता के 74 साल बीत जाने के बाद भी आज व्यक्ति लगता है वही का वही है वह निरंतर श्रम करता है लेकिन उसके श्रम का उचित मुल्य उसे नहीं मिलता जिसका आधार लेकिन आज भी वह निराधार है।
स्वरचित, मौलिक-
मनोज कुमार तिवारी'मनसिज'
बड़ामलहरा(छतरपुर)मध्यप्रदेश
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