यह ब्लॉग खोजें

सोमवार, 29 नवंबर 2021

रचनाकार :- आ. कैलाश चंद साहू जी 🏆🥇🏆

में एक आम आदमी हूं
सारी श्रष्टि का बोझ उठाता हूं
किसी को नहीं सताता हूं
सबको हमेशा हंसाता हूं।।

सबकी सेवा करता हूं
सबका कल्याण करता हूं
सबका भला करता हूं
सपने ख्वाब सजाता हूं।।

अपने सपने भुल सबका
जीवन सुखी बनाता हूं
इसलिए खास नहीं
आम आदमी कहलाता हूं।।

अपने लिए नहीं दूसरो के लिए
हमेशा जीता मरता हूं।।
अपने हक की खाता हूं
नहीं किसी से डरता हूं।।

कैलाश चंद साहू
बूंदी राजस्थान

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

रचनाकार :- आ. संगीता चमोली जी

नमन मंच कलम बोलती है साहित्य समुह  विषय साहित्य सफर  विधा कविता दिनांक 17 अप्रैल 2023 महकती कलम की खुशबू नजर अलग हो, साहित्य के ...