जीता वो भी अपना जीवन,पाले रखता अपना परिबार !
आम आदमी भी होते महान,जग करता उनको भी प्यार !
उनका वैभव भी गौरब शाली,जग करे नमस्कार !
संन्तोष करे आम आदमी,दुख सुख तो
है उसके यार !
नमन मंच कलम बोलती है साहित्य समुह विषय साहित्य सफर विधा कविता दिनांक 17 अप्रैल 2023 महकती कलम की खुशबू नजर अलग हो, साहित्य के ...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें