सबके दिलो का जरा खास हूं।।
मैं आम हूं इसलिए दास हूं
करता नहीं जी हुजूरी बदनाम हूं।।
मेहनत की कमाई मेहनत की रोटी
इसलिए खास होते हुए भी दूर हूं
पल पल ख्वाब सजाता बस वास हूं
जिंदगी का सफर सुन्दर अहसास हूं।।
नमन मंच कलम बोलती है साहित्य समुह विषय साहित्य सफर विधा कविता दिनांक 17 अप्रैल 2023 महकती कलम की खुशबू नजर अलग हो, साहित्य के ...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें