दिनांक:30/11/2021
विषय:आम आदमी
विधा:- कविता
आम आदमी ही तो संघर्षों से जूझता है
जो मुश्किलों से नहीं डरता वहीं मंजिल को पाता है
आम आदमी ही तो एक दिन खास बनता है
इतिहास में अपना नाम अपने जज्बे से लिखता है
दाल रोटी खाकर प्रेम जग में बांटता है
आम आदमी ही मुश्किल हालातों में साथ रहता है
हिमाचल सा खड़ा हर तुफान से लड़ता है
आम आदमी ही वादा तो हरदम निभाता है
कभी आसमां छूता कभी सागर में गोते लगाता है
आम आदमी ही तो चांद पर पहुंचा है
हर दिन नए सपने संजोए उनको पूरा करता है
आम आदमी ही एक दिन खास बनता है
स्वरचित एवं मौलिक रचना
अनुराधा प्रियदर्शिनी
महान कार्य लगातार लगे रहने से पूरा किया जाता है।
जवाब देंहटाएंअति सुन्दर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएं