यह ब्लॉग खोजें

मंगलवार, 30 नवंबर 2021

रचनाकार :- आ. देवेश्वरी खण्डूरी जी 🏆🥇🏆

#कलम_बोलती_है_साहित्य_समूह 
#मंच_को_प्रणाम 
दिनांक:30/11/2021
विषय:आम आदमी
_________________________________________
आम आदमी को परेशानियों का सामना करना पड़ता, परिश्रम बहुत करता ,
फल बहुत कम मिलता ,
दो वक्त की रोटी का गुजारा मुश्किल से होता ,
आम आदमी बेबस होता ,
आम आदमी का दर्द हर कोई नहीं समझता ,
कभी किसी का शोषण नहीं करता ,
दूसरों के दुख को अपना समझता ,
अपने गम को भूल कर ,
ओरों को हंसाता रहता,
आम आदमी साधारण रहता ,
सपने अच्छे सजाता।
__________________________________________
देवेश्वरी खंडूरी
 देहरादून उत्तराखंड
स्वरचित रचना।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

रचनाकार :- आ. संगीता चमोली जी

नमन मंच कलम बोलती है साहित्य समुह  विषय साहित्य सफर  विधा कविता दिनांक 17 अप्रैल 2023 महकती कलम की खुशबू नजर अलग हो, साहित्य के ...