#मंच_को_प्रणाम
दिनांक:30/11/2021
विषय:आम आदमी
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आम आदमी को परेशानियों का सामना करना पड़ता, परिश्रम बहुत करता ,
फल बहुत कम मिलता ,
दो वक्त की रोटी का गुजारा मुश्किल से होता ,
आम आदमी बेबस होता ,
आम आदमी का दर्द हर कोई नहीं समझता ,
कभी किसी का शोषण नहीं करता ,
दूसरों के दुख को अपना समझता ,
अपने गम को भूल कर ,
ओरों को हंसाता रहता,
आम आदमी साधारण रहता ,
सपने अच्छे सजाता।
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देवेश्वरी खंडूरी
देहरादून उत्तराखंड
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