#नमन कलम बोलती है साहित्य समूह
#दिनांक-23/01/2023
#दिन- सोमवार
#विषय- युग पुरुष
#विधा- छंद मुक्त कविता
धन्य -धन्य वो माँ भारती के अमर, वीर सपूत,
जो प्रभावती के हृदय आँगन में जन्म लिये।
विराट व्यक्तित्व प्रतिभा के धनी युग पुरुष,
देश के स्वतंत्रता संघर्ष यज्ञ को सफल किये॥
1938 में "दिल्ली चलो" का नारा देकर,
नेता सुभाष जी स्वतंत्रता का बिगुल बजाए।
1943 में आजाद हिंद फौज की स्थापना कर,
माँ भारती के अमर पुत्र तिरंगा झंडा लहराए॥
"तुम मुझे खून दो! मैं तुझे आजादी दूंगा,
नेताजी आजादी दिलवाने का जयघोष किए।
निर्मम जेल यात्राओं को सहकार नेताजी,
पावन सी धरा में स्वतंत्रता का उद्घोष किये॥
भारतीय प्रशासनिक सेवा में नेता अव्वल रहे,
नेता 1938 में कांग्रेस का कमान संभाले हैं।
देश सेवार्थ नेताजी प्राणों का आहुति देकर,
नेताजी राजनीतिक दायित्वों को संभाले हैं॥
उग्रवादी विचारधारा के परिपोषक नेताजी,
पुरातन भारतीय संस्कृति के संवाहक थे।
स्पष्ट वक्ता, देशभक्त पुनरुत्थान करने वाले,
स्वतंत्रता संघर्ष का बीज बोने वाले नायक थे॥
नेता सुभाष जी के 127 वीं पुण्य जयंती में,
नेता के पद चिन्हों का शतशत नमन करते हैं।
कर्मयोगी स्वतंत्रता संघर्ष के नायक नेता जी,
उनके चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं॥
रचना
स्वरचित एवं मौलिक
मनोज कुमार चंद्रवंशी
बेलगवाँ जिला अनूपपुर मध्यप्रदेश
बहुत ही सुन्दर सृजन
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई जी