मेरे गीतों की आवाज तुमको भी सुनाई देगी
मेरे सितार की ये तान तुमको भी सुनाई देगी।
जब पायल पहन के मिलने तुमसे कभी आऊंगी
मेरे घुंघरू की झंकार तुमको भी सुनाई देगी।
जब भी पहन कर आऊंगी मैं हाथों में कंगन
मेरे कंगन की खनक तुमको भी सुनाई देगी।
जब भी पहन कर आऊंगी मैं कानों में झुमके
मेरे झुमके की आवाज तुमको भी सुनाई देगी।
जब भी कभी होगी दिलों की दिल से बातें
मेरे धड़कन की आवाज तुमको भी सुनाई देगी ।
उमा वैष्णव
मौलिक और स्वरचित
वाह बहुत खूब
जवाब देंहटाएं